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Disha Arogya Dham is now in Varanasi

Disha Arogya Dham is now in Varanasi

Disha Arogya Dham is now in Varanasi (दिशा आरोग्य धाम अब वाराणसी में!)

दिशा आरोग्य धाम ने अब पवित्र नगरी वाराणसी (Disha Arogya Dham is now in Varanasi) में अपनी सेवाएं प्रारंभ कर दी हैं। यह आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र रोगियों को प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति के माध्यम से स्वस्थ जीवन प्रदान करने के लिए समर्पित है।

वाराणसी में दिशा आरोग्य धाम की स्थापना एक महत्वपूर्ण कदम है। यह शहर न केवल अपनी आध्यात्मिक विरासत के लिए जाना जाता है, बल्कि यहाँ आयुर्वेद की समृद्ध परंपरा भी रही है। इस केंद्र की स्थापना से स्थानीय लोगों को गुणवत्तापूर्ण आयुर्वेदिक चिकित्सा सुविधाएं सुलभ होंगी।

वर्तमान समय में आयुर्वेदिक चिकित्सा की मांग तेजी से बढ़ रही है। लोग अब प्राकृतिक उपचार की ओर रुख कर रहे हैं। दिशा आरोग्य धाम में:

  • विशेषज्ञ आयुर्वेद चिकित्सकों की टीम
  • आधुनिक सुविधाओं से युक्त परामर्श कक्ष
  • व्यक्तिगत उपचार योजनाएं

इन सभी का उद्देश्य रोगियों को संपूर्ण स्वास्थ्य लाभ प्रदान करना है।

दिशा आरोग्य धाम की सेवाएँ

दिशा आरोग्य धाम में रोगियों को व्यापक आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जाती हैं। यहाँ के कुशल चिकित्सक आपकी नाड़ी परीक्षा, शारीरिक जांच और विस्तृत परामर्श के माध्यम से आपकी स्वास्थ्य स्थिति का सटीक आकलन करते हैं।

आयुर्वेदिक परामर्श प्रक्रिया:

  • प्रारंभिक स्वास्थ्य मूल्यांकन
  • त्रिदोष प्रकृति का निर्धारण
  • व्यक्तिगत आहार-विहार योजना
  • औषधि एवं पंचकर्म चिकित्सा का निर्धारण

विशेष उपचार

साइनस और माइग्रेन चिकित्सा:

  • नस्य कर्म
  • शिरोधारा
  • कपालभाति प्राणायाम
  • जड़ी-बूटी आधारित औषधियां

जोड़ और रीड़ की हड्डी के रोग:

  • पिंड स्वेदन
  • कटि बस्ति
  • अभ्यंग
  • पंचकर्म चिकित्सा
  • मर्म चिकित्सा

स्त्री एवं पुरुष स्वास्थ्य समस्याएं:

  • गर्भावस्था और प्रसव के बाद की देखभाल
  • माहवारी संबंधी विकारों का उपचार
  • यौन स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान

दिशा आरोग्य धाम में हम आयुर्वेदिक सिद्धांतों के आधार पर उपरोक्त सभी स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार करते हैं। हमारी विशेषज्ञ टीम व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक रोगी की आवश्यकताओं को समझती है और उचित उपचार योजना तैयार करती है।

प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियाँ

दिशा आरोग्य धाम में प्राकृतिक चिकित्सा का विशेष महत्व है। यह पद्धति शरीर की स्वाभाविक चिकित्सा क्षमता को बढ़ाती है। प्राकृतिक उपचार में निम्नलिखित विधियाँ शामिल हैं:

  • पंचकर्म थेरेपी: शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने की प्राचीन विधि
  • जल चिकित्सा: विभिन्न तापमान के जल का उपयोग कर रोग निवारण
  • मिट्टी चिकित्सा: शुद्ध मिट्टी से विभिन्न रोगों का उपचार

पारंपरिक औषधियों का प्रयोग रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इनमें शामिल हैं:

  • जड़ी-बूटियाँ: अश्वगंधा, गिलोय, तुलसी
  • रस औषधियाँ: भस्म, पिष्टी, रसायन
  • तैलीय पदार्थ: औषधीय तेल, घृत

ये सभी उपचार विधियाँ आयुर्वेद के मूल सिद्धांतों पर आधारित हैं और बिना किसी दुष्प्रभाव के रोगों से मुक्ति दिलाने में सहायक हैं।

स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम

दिशा आरोग्य धाम में व्यापक कल्याण कार्यक्रम आपके समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। यहाँ के विशेषज्ञ आपकी दिनचर्या का विश्लेषण कर, आपकी जीवनशैली में आवश्यक बदलाव सुझाते हैं।

आपके लिए विशेष रूप से तैयार किए गए आहार योजना में शामिल हैं:

  • मौसमी फलों और सब्जियों का समावेश
  • दिनचर्या के अनुसार भोजन का समय
  • पाचन शक्ति के अनुरूप आहार

योग और ध्यान कार्यक्रम में प्रदान की जाती हैं:

  • प्राणायाम की विशेष तकनीकें
  • ध्यान के माध्यम से तनाव प्रबंधन
  • शारीरिक और मानसिक संतुलन के लिए योग मुद्राएं

केंद्र में नियमित रूप से आयोजित होने वाले विशेष सत्र आपको स्वस्थ जीवन जीने की कला सिखाते हैं। यहाँ के प्रशिक्षित योग शिक्षक आपको व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, जिससे आप अपने शरीर और मन की आवश्यकताओं को समझकर अपनी प्रैक्टिस को अनुकूलित कर सकते हैं।

रोगियों के लिए सहायक वातावरण

दिशा आरोग्य धाम में रोगी केंद्रित दृष्टिकोण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है। यहाँ रोगियों को अपनी स्वास्थ्य यात्रा में सक्रिय भागीदार माना जाता है। चिकित्सक रोगियों के साथ विस्तृत चर्चा करते हैं और उनकी चिंताओं को सुनते हैं।

रोगियों की सहायता के लिए निम्नलिखित व्यवस्थाएं की गई हैं:

  • व्यक्तिगत परामर्श सत्र
  • समूह चर्चा कार्यक्रम
  • परिवार के सदस्यों के लिए मार्गदर्शन
  • घर पर स्वास्थ्य देखभाल के लिए सुझाव

दिशा आरोग्य धाम में समर्थन प्रणाली का विशेष ध्यान रखा जाता है। यहाँ का वातावरण शांत और सकारात्मक है, जो स्वास्थ्य लाभ में सहायक होता है। चिकित्सकों और स्टाफ का व्यवहार सौम्य और सहयोगी है, जिससे रोगी स्वयं को सुरक्षित और सहज महसूस करते हैं।

🌟 विशेष सुविधाएँ:

साइनस और माइग्रेन सिर्फ़ एक दिन में सफल उपचार यदि स्थिति फिर से उभरती है तो निःशुल्क अनुवर्ती उपचार

वाराणसी में दिशा आरोग्य धाम की स्थापना से स्वास्थ्य सेवाओं का एक नया अध्याय शुरू हुआ है। शहर के निवासियों में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों के प्रति रुचि बढ़ रही है। आधुनिक जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के लिए आयुर्वेदिक समाधान की मांग में वृद्धि हो रही है।

दिशा आरोग्य धाम ने अपनी विशेषज्ञ सेवाओं से वाराणसी के लोगों को स्वस्थ जीवन जीने का मार्ग दिखाया है। यहाँ की चिकित्सा पद्धतियाँ न केवल रोग को दूर करती हैं, बल्कि रोगी के समग्र स्वास्थ्य में सुधार लाती हैं। स्थानीय समुदाय में आयुर्वेद के प्रति बढ़ता विश्वास इस केंद्र की सफलता का प्रमाण है।

हमसे यहाँ मिलें:

दिशा आरोग्य धाम डी-58 12एम 3/5 गांधी नगर सिगरा, टीवीएस शोरूम वाराणसी के पास – 221010

अपॉइंटमेंट और पूछताछ के लिए:

कॉल करें: 8542875370 स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को अपने ऊपर हावी न होने दें! प्रभावी और विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा समाधानों के लिए दिशा आरोग्य धाम पर जाएँ।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

दिशा आरोग्य धाम क्या है?

दिशा आरोग्य धाम एक आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र है, जो वाराणसी में स्थापित किया गया है। इसका उद्देश्य प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से रोगों का उपचार करना और लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने में मदद करना है।

दिशा आरोग्य धाम में कौन-कौन सी सेवाएँ उपलब्ध हैं?

दिशा आरोग्य धाम में आयुर्वेदिक परामर्श, स्त्री रोग, पुरुष रोग, जोड़ रोग, रीड़ की हड्डी, साइनस, और माइग्रेन जैसी स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जाती हैं।

आयुर्वेदिक परामर्श की प्रक्रिया क्या होती है?

आयुर्वेदिक परामर्श में रोगी की स्वास्थ्य स्थिति का मूल्यांकन किया जाता है और उसके अनुसार विशेष उपचार योजना बनाई जाती है। इसमें प्राकृतिक उपचार पद्धतियों का उपयोग किया जाता है।

क्या दिशा आरोग्य धाम में विशेष उपचार उपलब्ध हैं?

हाँ, दिशा आरोग्य धाम में साइनसाइटिस और माइग्रेन के लिए आयुर्वेदिक उपचार, जोड़ और रीड़ की हड्डी के रोगों का प्रबंधन तथा स्त्री और पुरुष स्वास्थ्य संबंधी विशेष चिकित्सा उपलब्ध हैं।

प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों का महत्व क्या है?

प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियाँ आयुर्वेद के सिद्धांतों पर आधारित होती हैं और इनका उपयोग पारंपरिक औषधियों के माध्यम से रोगों के उपचार में किया जाता है। ये शरीर को संतुलित करने और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सहायक होती हैं।

स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रमों में क्या शामिल है?

स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रमों में योग, ध्यान, आहार संबंधी सलाह और जीवनशैली में परिवर्तन शामिल हैं। ये कार्यक्रम मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और समग्र कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए आयोजित किए जाते हैं।

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